दमोह। मुक्ति सामाजिक एवं सांस्कृतिक मंच के द्वारा आज नुक्कड़ नाटक किया गया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बतलाया गया कि आज दमोह शहर में लगभग सभी निजी शिक्षण संस्थान शिक्षा के नाम पर अभिभावकों के साथ शुद्ध लूट और डकैती कर रहे हैं। वह उनसे बिल्डिंग फंड और कॉपी किताबों के नाम पर एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज के नाम पर अतिरिक्त शुल्क ले रहे हैं। नाटक में बतलाया गया की कॉपी किताबें जिनकी सही कीमत बाजार में मात्र 1000 है, ऐसी पुस्तकों की कीमत को बड़ा चढ़कर पांच-पांच और 6000 में अभिभावको को बेचा जा रहा है और मुनाफा कमाया जा रहा है। किताबें या तो शैक्षणिक संस्थान खुद क्रय विक्रय करे कर रहे हैं या फिर अपनी एक दुकान फिक्स कर लंबा चौड़ा कमीशन कमाए जा रहा है और किताबों का चयन इस प्रकार किया जाता है कि किसी अन्य दुकान पर वह किताबें नहीं मिलती जिससे कि दुकानदार या स्कूल वाले अपने मन की कीमत पर वह किताबें बेचते है। इस प्रकार के मुनाफे में किसी भी प्रकार से शासन प्रशासन सरकार और राजनीतिक दल उनके खिलाफ कुछ नहीं बोल रहे हैं सभी अपने मुंह में दही जमा कर और इस लूट में कहीं ना कहीं अपनी भागीदारी प्रस्तुत कर रहे हैं।
नाटक के माध्यम से आम जनों को यह बतलाया गया है कि अगर आज यह लूट और डकैती नहीं रोकी गई तो इस लूट और डकैती के कारण हमारे बच्चों को हम क्या संस्कार देंगे जब नर्सरी क्लास से एक बच्चे के अभिवाहक साथ शिक्षा संस्थान लूट करेंगे तो भविष्य में उसे बच्चे ऊपर क्या असर पड़ेगा l अच्छे से अच्छे शिक्षण संस्थान में पढ़ने के बावजूद भी बच्चों को देनी पड़ रही है l आज के समय में शिक्षण संस्थान संस्थान ना होकर शिक्षा के माफिया बन चुके हैं और यह एक ऐसे माफिया है जिनका नया एनकाउंटर हो सकता है न सजा हो सकती है ना उनके खिलाफ कोई आवाज उठा सकता है क्योंकि अगर कोई अभिवाहक विद्यालय में बोलता है कि यह अन्याय है इस तरह की फीस l तो तुरंत जवाब मिलता है कि आप कोई और स्कूल या सरकारी स्कूल देख ले l समय आ गया है कि लोगों को अपने सांसद विधायक अपने जनप्रतिनिधि से यह सवाल पूछना चाहिए कि वह इन शिक्षा माफिया के ऊपर नकेल करने के लिए क्या कर रहे हैं l मुक्ति सामाजिक एवं सांस्कृतिक मंच के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भविष्य में भी अलग-अलग स्थान पर शैक्षिक संस्थानों के विरोध में नुक्कड़ नाटक करने का निश्चय किया है नुक्कड़ नाटक में अखिलेश गोस्वामी रंजीत प्रोचे गौरव रोहितास अभी झरिया प्रशांत चिड़िया दीपक केसरवानी भारत राय संजय रजक मोहित सिंह ठक्कर कृष्णा तिवारी ने अभिनय किया l