दमोह। जिले की जबेरा विधानसभा सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के संयुक्त प्रत्याशी विनोद राय ने इस चुनाव में कांग्रेस के प्रताप सिंह और भाजपा के धर्मेंद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ाकर रख दी है। भाजपा से टिकट न मिलने के बाद बागी हुए वरिष्ठ समाजसेवी विनोद राय के चुनाव मैदान में उतरने से दिन प्रतिदिन समीकरण बदल रहे हैं। यहां कांग्रेस से बागी हुई जिला पंचायत सदस्य और जिला कांग्रेस की अध्यक्ष रजनी ठाकुर ने नाम वापसी के अंतिम दिन अपना नामांकन पत्र वापस लेकर भले ही कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह की मुश्किलें थोड़ी आसान की हो, परंतु दूसरी ओर एक आदिवासी नेता के चुनाव मैदान से बाहर हो जाने के कारण समाज की वोटो के बंटवारे पर भी विराम लगा दिया है।
उल्लेखनीय है कि जबेरा विधानसभा क्षेत्र में आदिवासी समाज और लोधी समाज के बहुतायत में होने के कारण राजनीतिक पार्टियों हमेशा से ही लोधी नेतृत्व पर ही भरोसा करती आई है, ऐसे में भाजपा से ही बागी होकर वरिष्ठ नेता विनोद राय ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का दामन थामकर आदिवासी वोटरों पर एक छत्र राज करने का मौका पा लिया है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी से भी गठबंधन होने के कारण जबेरा विधानसभा बसपा उम्मीदवार से पूरी तरह खाली हो गई है। इसका लाभ किसे मिलेगा यह समय के गर्त में समाया हुआ है। फिलहाल यहां कांग्रेस और भाजपा के अलावा जनशक्ति चेतना पार्टी ने भी लोधी समाज पर ही अपना भरोसा जताया है। 2 लाख से अधिक वोट संख्या वाले जबेरा विधानसभा सीट पर करीब 50-50 हजार मतदाता आदिवासी और लोधी समाज में बट जाते हैं। ऐसे में इन सामाजिक वोटो के ध्रुवीकरण के बाद अन्य समाजों की वोटे विधानसभा चुनाव में निर्णय की भूमिका अदा करेंगी।