दमोह। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव हारने के बाद बैकफुट पर पहुंची जयंत मलैया की राजनीति अब एक बार फिर से फ्रंट फुट पर आती हुई नजर आ रही है। गत दिवस प्रदेश के सत्ता और संगठन के शीर्ष नेतृत्व से हुई मुलाकातों के बाद दमोह और प्रदेश में जयंत मलैया को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है। प्रदेश की राजनीति में अपनी कद्दावर छवि रखने वाले पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया के भोपाल निवास पर पहुंचे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा से मुलाकात के बाद जयंत मलैया की सीएम शिवराज सिंह से मुख्यमंत्री निवास पर हुई व्यक्तिगत चर्चा से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में जयंत मलैया एक बार फिर से भाजपा में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा सकते हैं। हालांकि उनके पुत्र युवा नेता सिद्धार्थ मलैया की भाजपा में वापसी को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कयास लगाया जा रहा है कि यदि जयंत मलैया भाजपा में सक्रिय भूमिका में आते हैं तो सिद्धार्थ मलैया वर्ष 2023 चुनाव के लिए एक बार फिर से सक्रिय होकर टिकट की दावेदारी में अपना भाग्य आजमा सकते हैं, हालांकि सिद्धार्थ मलैया की भाजपा में वापसी इतनी आसान नहीं होगी, क्योंकि उनके घुर विरोधी हो चुके केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल उनके लिए सबसे बड़ी अड़चन साबित हो सकते हैं।