दमोह :
दूध का नमूना जांच उपरांत अवमानक पाये जाने पर खाद्य विश्लेषक की जॉच रिपोर्ट अनुसार खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की धारा 51 अंतर्गत अवमानक खाद्य पदार्थ विक्रय करने के अपराध में जुर्माना से दण्डित करने के दोषी सिद्ध होने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी राकेश कुमार अहिरवाल के कथनों के परीक्षण उपरांत अपर कलेक्टर एवं न्याय निर्णयन अधिकारी नाथूराम गौड़ ने अनावेदक अभिनव पाठक पिता आईडी पाठक द्वारा सियाराम दूध डेयरी मुकेश कॉलोनी दमोह वर्तमान निवास बी-51 बैशाली नगर दमोह के विरूद्ध 25 हजार रूपये अर्थदंड की शास्ति अधिरोपित की है।
उन्होंने निर्देशित किया है कि अधिरोपित शास्ति की राशि चालान द्वारा शीर्ष 0210-चिकित्सा एवं लोक स्वास्थ्य 04 लोक स्वास्थ्य 104 शुल्क एवं दण्ड आदि 05 खाद्य एवं औषधि नियंत्रण में जमा कराकर चालान की एक प्रति अपर कलेक्टर एवं न्याय निर्णयन अधिकारी के न्यायालय में प्रस्तुत करें। क्रय की गई सामग्री को अपील अवधि पश्चात विनष्टिकरण किये जाने हेतु आदेशित किया गया है। अधिरोपित शास्ति की राशि 15 दिवस में जमा किये जाने हेतु निर्देश दिये गये है। नियत समयावधि में राशि जमा नहीं किये जाने पर अधिनियम की धारा 96 के तहत भू-राजस्व की बकाया की भांति बसूल की जायेगी।
मिठाई एवं किराना लाइन स्थित दुकानों पर
वरलक्ष्मी ब्रांड एवं दर्शन ब्रांड साबूदाना के लिए गए नमूने
कलेक्टर एस.कृष्ण चैतन्य द्वारा समय-सीमा बैठक में दिये गये निर्देशों के तहत डी.ओ. खाद्य सुरक्षा प्रशासन डॉ. संगीता त्रिवेदी के मार्गदर्शन में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दमोह राकेश अहिरवाल ने शहर में साबूदाना की गुणवत्ता जांच हेतु विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मिठाई लाइन दमोह में स्थित श्याम ट्रेडर्स एवं किराना लाइन स्थित प्रीतमदास टोलूमल किराना मर्चेंट पर निरीक्षण किया गया । दुकान में विक्रय हेतु संग्रहित वरलक्ष्मी ब्रांड एवं दर्शन ब्रांड साबूदाना के नमूने जांच हेतु लिए गए, जिनको गुणवत्ता परीक्षण के लिए क्यू.टी.टी. एल. खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला इंदौर भेजा गया है। प्रयोगशाला से जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
साबूदाना की गुणवत्ता की जांच कैसे करें
वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दमोह राकेश अहिरवाल ने बताया साबूदाना की कुछ मात्रा को आग पर जलाने पर साबूदाना फूल जाता है एवं पूरा जलकर कोई भी राख नहीं छोड़ता है जबकि मिलावटी साबूदाना जलने पर राख में परिवर्तित हो जाता है। मिलावटी साबूदाना खाने पर किरकिरा सा लगता है। कतिपय साबूदाना निर्माता कंपनी साबूदाना में टेलकम पाउडर एवं रेत या सैंड की मिलावट कर देते हैं जोकि उपवास करने वाले श्रद्धालुओं के स्वस्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।
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