अवधेश ने कहा टिकट मिली तभी कांग्रेस में जाएंगे
दमोह। एक और जहां दमोह उपचुनाव के लिए प्रशासन लगातार तैयारियों में जुटा हुआ है, वहीं दूसरी ओर जिले के राजनीतिक हलकों में भी उथल पुथल का माहौल है। गत दिवस अभाना जिला पंचायत क्षेत्र के जिला सदस्य अवधेश प्रताप सिंह की पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से हुई मुलाकात के बाद दमोह से कांग्रेस की टिकट मांग रहे नेताओं की सांस फूलने लगी हैं क्योंकि दमोह उपचुनाव के लिए भाजपा की ओर से राहुल सिंह का नाम लगभग तय माना जा रहा है लेकिन कांग्रेस अपने उम्मीदवार की माथापच्ची में लगी हुई है। अचानक जिला पंचायत सदस्य अवधेश प्रताप सिंह के कांग्रेस में जाने की चर्चाओं ने कांग्रेस खेमे में सरगर्मियां बढ़ा दी है। इस संबंध में जब दमयंती न्यूज़ ने अवधेश प्रताप सिंह से बातचीत की तो उनका कहना था कि भाजपा द्वारा लंबे समय से उनका शोषण और उपेक्षा की जा रही है, दमोह के कई दिग्गज भाजपाइयों का ना उन्हें दमोह जनपद अध्यक्ष बनने के लिए सहयोग मिला और ना ही जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए उन्हें किसी का सपोर्ट मिला। लगातार उपेक्षा के शिकार होने के कारण अब वे कांग्रेस में जाने का मन बना रहे हैं इसके लिए भी उन्होंने कांग्रेस पार्टी के समक्ष अपनी शर्त भी रखी है कि वे कांग्रेस तभी ज्वाइन करेंगे जब उन्हें दमोह उपचुनाव के लिए कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित किया जाए। अन्यथा वे आने वाले उपचुनाव में न बीजेपी का काम करेंगे और ना ही कांग्रेस का ।जबकि पिछले चुनाव में उन्होंने भाजपा उम्मीदवार जयंत मलैया का खुलकर समर्थन किया था। ऐसे में जब कॉन्ग्रेस जिला अध्यक्ष अजय टंडन और मानक पटेल, रोहन पाठक, रतन चंद जैन समेत अन्य कई दिग्गज कांग्रेसी नेता टिकट की लाइन में प्रमुखता से लगे हुए हैं। अचानक एक भाजपा नेता की कांग्रेस के हाईकमान से इस तरह की नज़दीकियो के कारण इन नेताओं के लिए एक बार फिर से मुंह की खानी पड़ सकती है।