दमोह। जबेरा तहसील के तहसीलदार ने एक दिव्यांग को अपनी गुंडागर्दी दिखा कर तानाशाही का सबूत पेश किया है क्योंकि उस दिव्यांग ने पिछले दिनों अपने गांव की सड़क सुधारने का की मांग करते हुए राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन जनपद पंचायत के सीईओ को दिया था। इसके बाद तहसीलदार ने दूसरे ही दिन उस दिव्यांग व्यक्ति को अतिक्रमण का बहाना बनाकर नोटिस भेज दिया और कहा कि आपके द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण किया गया है और उसे 18 फरवरी को तहसील जबेरा में पेश होकर जवाब प्रस्तुत करने का आदेश दे दिया गया। वाकया यह है कि जबेरा जनपद के बंशीपुर ग्राम की सड़कें गंदगी और बीच सड़क पर बहती नालियों से परेशान होकर गांव के अनेक विकलांगों ने जबेरा जनपद के सीईओ अवधेश प्रताप सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है, दिव्यांग राज बहादुर सिंह लोधी का कहना है कि वह गांव की सड़क ठीक कराना चाहते हैं इसके लिए उन्होंने कलेक्टर से लेकर कई बड़े अधिकारियों को पहले भी ज्ञापन दिए हैं, लेकिन लेकिन आज तक गांव की सड़क को नहीं सुधारा गया जिससे उसे निकालने पर प्रतिदिन दिक्कत होती है यहां तक कि कभी-कभी उसकी ट्राई साइकिल फसल कर जाती है जिसे नियंत्रित नहीं कर पाता।
इधर ज्ञापन मिलने के बाद तहसीलदार ने उल्टा दिव्यांग को नोटिस थमा दिया और 18 फरवरी को पेश होने की बात कही है। दिव्यांग राजबहादुर ने कहा कि उसके गांव में दबंगों ने सड़क पर कब्जा कर लिया है जिसे कोई सुनने वाला नहीं है यदि 7 मार्च को राष्ट्रपति सिंगरामपुर आते हैं और उसके पूर्व सड़क नहीं सुधारी जाती तो वह राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने संग्रामपुर जाएंगे और वहीं पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। इधर तहसीलदार ने दिव्यांगों को नोटिस भेजकर कहा है कि बंशीपुर में शासकीय भूमि खसरा नंबर 245 रकबा 026 पर अनाधिकृत रूप से बारगा लगाकर अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया गया है, जबकि बहादुर सिंह का कहना है कि उसके नाम से कोई जमीन नहीं है। प्रशासन उसे ज्ञापन सौंपने की सजा दे रहा है। दूसरी ओर जबेरा जनपद के सीईओ ने कहा है कि दिव्यांग द्वारा दिया गया ज्ञापन कार्यवाही में ले लिया गया है शीघ्र ही सड़क से पानी निकालने और सड़क बनवाने का काम किया जाएगा।