दमोह। टीम सिद्धार्थ मलैया अर्थात टीएसएम के भाजपा में विलय होने से दमोह विधानसभा के राजनीतिक समीकरण एक बार फिर से बदलते नजर आ रहे हैं। आज सिद्धार्थ मलैया की भोपाल में वापसी के बाद दमोह भाजपा में अजीब सी खलबली मची हुई है। एक ओर जहां सिद्धार्थ मलैया के समर्थकों ने घंटाघर पर पटाखे फोड़कर उनकी वापसी का जश्न मनाया, वहीं दूसरी ओर टीएसएम के खिलाफ खुलकर मुखर होने वाले अनेक भाजपाइयों में बेचैनी का माहौल देखने को मिल रहा है। उपचुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगने के बाद भाजपा से निष्कासित हुए सिद्धार्थ मलैया ने नगरपलिका चुनाव में टीएसएम का गठन किया था। हालांकि सि्धार्थ मलैया ने अपनी ताकत का प्रदर्शन भी बखूबी किया। इसी का नतीजा है कि आज दमोह नगर पालिका और जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। इस दौरान टीएसएम के घुर विरोधी रहे अनेक भाजपाइयों को अब सिद्धार्थ मलैया की भाजपा में वापसी के कारण काफी बेचैनी महसूस हो रही है। आगामी विधानसभा चुनाव तक सिद्धार्थ मलैया और उनकी टीम का विरोध करने वाले भाजपाइयों के बीच तालमेल बैठाना एक बड़ी चुनौती बनी रहेगी।