दमोह। गत 24 अप्रैल को जिले के बटियागढ़ थाना अंतर्गत बड़ी चिरई के जंगल में हुए अंधे हत्याकांड के मामले में दमोह पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने खुलासा करते हुए बताया है कि मृतक सुरेंद्र सिंह पिता मुकुंद सिंह निवासी ग्राम अगारा का कत्ल सगे भाई वीरेंद्र सिंह और उसके साथी मान सिंह ने ही किया था। बताया गया है कि मृतक सुरेंद्र सिंह के छोटे भाई वीरेंद्र ने सुरेंद्र सिंह की बीमा की राशि और उसकी जायदाद का हिस्सा पाने के लिए वीरेंद्र सिंह ने अपने सहयोगी ग्राम धौराज निवासी भान सिंह लोधी के साथ मिलकर सुरेंद्र सिंह को गोली मारकर घायल किया और बाद में तौलिया से गला घोट कर मौत के घाट उतार दिया। घटना के दूसरे दिन वीरेंद्र ने अपनी मां से बटियागढ़ थाने में सुरेंद्र सिंह के लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई। सुरेंद्र सिंह की लाश जंगल में मिलने के बाद पुलिस का शक उसके छोटे भाई वीरेंद्र सिंह पर गया, जिस पर पुलिस ने वीरेंद्र सिंह को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की और घटना का खुलासा हो गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया और न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।