दमोह। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए जब महज 10 माह ही बाकी रह गए हो, ऐसे में जिले की जबेरा विधानसभा सीट पर दो नेताओं के बीच बढ़ रहे मतभेद से क्षेत्र के राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं। सत्तारूढ़ भाजपा के विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी के प्रमुख प्रतिद्वंदी कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रताप सिंह लोधी लगातार जनसंपर्क करके जनता के बीच पहुंच रहे हैं, वहीं भाजपा के जबेरा जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि वरिष्ठ नेता विनोद राय और स्थानीय विधायक धर्मेंद्र सिंह के बीच लगातार बढ़ रहे मतभेद चर्चा का विषय बने हुए हैं। इन दिनों क्षेत्र में विकास यात्रा निकाली जा रही है। लेकिन तेंदूखेड़ा ब्लॉक में पूर्व विधायक दशरथ सिंह लोधी अनुपस्थित रहे, वहीं जबेरा ब्लॉक में भी भाजपा नेता विनोद राय समेत कई स्थानीय नेताओं ने दूरी बना रखी है। ऐसी में टिकट वितरण में रिपोर्ट कार्ड साबित होने वाली विधायक की विकास यात्रा को स्थानीय प्रतिद्वंदी भाजपाइयों द्वारा फीका करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। क्योंकि अब यह बात जगजाहिर हो चुकी है कि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के खास माने जाने वाले भाजपा नेता विनोद राय जनपद अध्यक्ष का पद हथियाने के बाद अब विधायकी पर भी नजर गड़ाए हुए हैं और उनकी टिकट लेने की महत्वाकांक्षा भी बढ़ गई है, इसलिए वे भी अपनी एक अलग लाइन तैयार कर रहे हैं। इससे वर्तमान भाजपा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी खफा नजर आ रहे है। यही कारण है कि दोनों नेताओं के बीच फिलहाल बिल्कुल नहीं पट रही हैl दूसरी ओर जिला भाजपा उपाध्यक्ष एवं जबेरा जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि विनोद राय का कहना है कि वे विकास यात्रा के प्रारंभ में तेंदूखेड़ा में सक्रिय भूमिका में रहे हैं। साथ ही उन्होंने पूर्व मंत्री दशरथ सिंह और विधायक धर्मेंद्र सिंह के साथ कई गांव में दौरे भी किए हैं, लेकिन जबेरा की विकास यात्रा में कुछ समय के लिए वे इसलिए अनुपस्थित रहे क्योंकि उस दौरान सैकड़ों कावड़ यात्रियों के साथ महाशिवरात्रि तक धार्मिक यात्रा में शामिल रहे तत्पश्चात विनोद राय द्वारा विकास यात्रा में सक्रिय भूमिका निभाई जा रही है।