दमोह। गत दिनों मलैया मिल और मुस्की बाबा के बीच मैदान में लोहे की टंकी में मिली अधजली लाश के मामले में आरोपी का खुलासा हो गया है। दमोह पुलिस अधीक्षक ने पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि दमोह निवासी सचिन जैन की हत्या उसके ही दोस्त अक्षय उर्फ साईं पाराशर ने ब्याज के पैसों को लेकर की थी। आरोपी ने पहले सचिन जैन को चाकुओं से गोदा और फिर बकौली चौराहा की एक दुकान से लोहे की टंकी खरीदकर उस में सचिन के शव को भरकर रात्रि में ऑटो रिक्शा की मदद से घटनास्थल तक पहुंचाया। बाद में लकड़िया डालकर आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में अक्षय पाराशर ने ऑटो चालक देव रजक की भी मदद ली। घटना के बाद से ही पुलिस ने सक्रिय रहकर सबसे पहले यह पता लगाया कि जिस टंकी में सचिन जैन का शव जली हुई अवस्था में मिला है, वह टंकी कहां से खरीदी गई। पुलिस ने बकौली चौराहा के पास लोहे की टंकी बेचने वालों से संपर्क किया, तब मालूम हुआ कि 5 अगस्त को एक युवक ने लोहे की टंकी खरीदी थी और उसका पेमेंट फोन पे पर किया था। पुलिस ने उसी फोन पे नंबर की सहायता से अक्षय पाराशर को पकड़ा और कड़ी पूछताछ की। जिसमें अक्षय ने स्वीकार किया कि ब्याज के पैसों के लेनदेन को लेकर उसने अपने दोस्त की चाकू मारकर पहले हत्या की और बाद में लोहे की टंकी में रखकर जला दिया।