दमोह। नगर पालिका के 39 वार्डों में से 5 सीटों पर असंगठित दल टीम सिद्धार्थ मलैया के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज कराई है। बावजूद इसके कांग्रेश पार्टी पालिका अध्यक्ष के जादुई आंकड़े से 3 सीट दूर ही रह गई। यहां कांग्रेस को 17 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा, लेकिन पालिका अध्यक्ष बनाने के लिए तीन अन्य पार्षदों की जरूरत को पूरा करने के लिए कांग्रेस के विधायक और अध्यक्ष को भारी मशक्कत करना पड़ रही है। इसी बीच सुषमा विक्रम सिंह ठाकुर और वीरू उर्फ वीरेंद्र राय के अलावा सिविल वार्ड नंबर 1 से लगातार चार बार कांग्रेस के पार्षद रह चुके रमेश राठौड़ ने अपनी लॉबिंग तैयार करके कॉन्ग्रेस आलाकमान के सामने दमोह नगर पालिका अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदारी पेश की है। इस बार यहां से उनकी धर्मपत्नी श्रीमती लीला राठौर चौथी बार पार्षद चुनी गई है। वरिष्ठ पार्षद रमेश राठौड़ ने बताया कि उन्हें कांग्रेस के अधिकांश पार्षदों और संगठन के वरिष्ठ नेताओं का पूरा समर्थन मिल रहा है। आने वाले दिनों में यदि पार्टी उन्हें मैंडेट देती है तो वह अध्यक्ष पद के लिए तैयार रहेंगे।
भाजपा में दावेदारों की होड़ लगी
भाजपा के 14 पार्षदों में से आधा दर्जन से अधिक पार्षद अध्यक्ष पद की दावेदारी को उत्सुक दिख रहे हैं। नवनिर्वाचित दो निर्दलीय पार्षद साधना तिवारी और हिमानी पारोचे ने अभी तक किसी भी दल के लिए अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वहीं कॉन्ग्रेस बसपा के एकमात्र पार्षद को अपनी गिनती में जोड़कर चल रही है। बहरहाल भाजपा और कांग्रेस दोनों को नगर पालिका में स्पष्ट बहुमत न मिलने के कारण जोड़-तोड़ की राजनीति जोरों पर दिख रही है। दोनों ही दलों में से जिस दल के पार्षद के पास अध्यक्ष बनाने के लिए जरूरी जादुई आंकड़ों को पूरा करने की क्षमता होगी, उसी के लिए पार्टी अपना मैंडेट दे सकती है। भाजपा में नरेंद्र चंदेल, मनीष शर्मा, गोपाल ठाकुर, कविता राय, विक्की गुप्ता समेत आधा दर्जन पार्षद अध्यक्ष पद की जुगाड़ में लगे हुए हैं। वही कांग्रेस के अभी तक रमेश राठौर, सुषमा विक्रम सिंह ठाकुर और वीरू राय के नाम प्रमुख रूप से लिए जा रहे हैं।