दमोह :
कोरोना कॉविड-19 को पराजित करने और अपने आप को सुरक्षित करने में सबसे बड़ी भूमिका का निर्वाहन इस समय वैक्सीन कर रही है, यह मनुष्य के शरीर के अंदर बैठे डब्ल्यूबीसी रूपी सैनिकों को कोरोना कोविड-19 जैसे दुश्मन को पराजित करने की युद्ध कला सिखाने में मदद करती है, इस आशय के विचार जिले के टीकाकरण अधिकारी डॉ रेक्शन अल्बर्ट व्यक्त किये हैं।
उन्होंने कहा वैक्सीन जिन लोगों को लगी है और अगर वह कोरोना कॉविड -19 की गिरफ्त में आ भी गए हैं, तब भी उनको ना तो ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी है और ना ही वह मृत्यु को प्राप्त हुए हैं। जबकि वैक्सीन ना लगवाने वाले लोगों की स्थिति अति गंभीर होते देखी गई है । वर्तमान में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना बताई जा रही है, ऐसे समय जब कोरोना अपना विभिन्न प्रकार का स्वरूप बदल रहा है, मनुष्य पर प्रहार कर रहा है, तब वैक्सीन ही एक सुरक्षित माध्यम है, जो कोरोना के प्रभाव को समाप्त कर सकता है। उन्होंने बताया आम जनमानस को भ्रम में नहीं पड़ना चाहिए वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आना चाहिए। देश के महान वैज्ञानिकों ने वैक्सीन का आविष्कार किया है, जिसको पूरे विश्व में सुरक्षित माना है।
एक लाख से अधिक लगी वैक्सिंन
जिला टीकाकरण अधिकारी डा. रेक्शन अल्बर्ट ने बताया जिले में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन है, 24 घंटे कर्मचारी इसकी सुरक्षा और रखरखाव के लिए तत्पर रहते हैं। वैक्सीन लगने की प्रथम दिवस से लेकर अब तक 1 लाख 25 हजार 749 व्यक्तियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। जिले में 1 लाख 4 हजार 311 व्यक्तियों को प्रथम डोज तथा 21 हजार 436 लोगों को लगाया जा चुका है।
डॉ. अल्बर्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविशील्ड वैक्सीन के 1 लाख 15 हजार 909 एवं कोवैक्सीन के 9 हजार 840 2G लगाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन लगाने की तैयारी को लेकर योजना बनाई गई है, जिसका क्रियान्वयन करने के लिए लगातार स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी विभाग के लोग लगे हुए हैं।
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