दमोह। /राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने आज दमोह में आयोजित जनजातीय सम्मेलन में जनजातीय कार्य विभाग के प्रकाशन ‘बानगी’ का विमोचन किया। “बानगी ” पुस्तिका मध्य प्रदेश की जनजातीय विरासत ,विकास और सफल गाथाओं पर केन्द्रित है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विमोचन के बाद इसकी प्रथम प्रति राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द को भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटेल और राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते के अलावा मध्य प्रदेश की जनजाति और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह,मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल और बड़ी संख्या में जनजाति समुदाय के लोग मौजूद थे।
पुस्तिका की विषय वस्तु
जनजातीय परिदृश्य, विरासत, विकास, संस्कृति और सफलता की कहानियों पर केन्द्रित पुस्तिका बानगी में जनजातीय विरासत और प्रगति के विभिन्न आयामों और उपलब्ध्यिों को प्रस्तुत किया गया है। मध्यप्रदेश में जनजातीय विकास को रेखांकित करती इस पुस्तक बानगी की संकल्पना और सम्पादन विभाग की अधिकारी डॉ स्वाति तिवारी ने किया है। चार खण्ड में विभाजित इस पुस्तक के प्रथम खण्ड में जनजातीय संस्कृति और परम्परा,जनजातीय विकास, अवधारणा, आयाम एवं क्षेत्रीय विकास योजनाओं को दर्शाया गया है । द्वितीय खण्ड में विभिन्न योजनाओं पर केन्द्रित सफलता की 40 कहानियाँ हैं। तृतीय खण्ड में अभिनव पहल के रूप में अनूठी योजनाओं की बात रखते हुये उनकी सफलता पर केन्द्रित 11 गतिविधियों को रेखांकित किया गया है।
चतुर्थ खण्ड मेँ जनजातीय अभिव्यक्ति की समृद्ध परम्पराओं में शामिल वाचक साहित्य, नृत्य, पर्व, कला एवं संग्रहालयों इत्यादि से संबंधित संक्षिप्त है। सवा सौ पृष्ठ में जनजातीय संस्कृति,विकास की चित्रमय बानगी है।