दमोह। दमोह जिले के वरिष्ठ पत्रकार हर दिल अजीज लक्ष्मीकांत तिवारी के निधन से पत्रकार जगत ही नहीं बल्कि दमोह जिले का साहित्य और कला जगत भी अधूरा सा हो गया है। लक्ष्मी भैया एक लगनशील और प्रतिभाशाली पत्रकार होने के साथ-साथ कला और साहित्य जगत में भी निपुण होने के कारण हर दिल अजीज हुआ करते थे, आज उनके अचानक चले जाने से पत्रकारों के बीच अधूरापन सा छा गया है। वही कलाजगत का मंच युवा क्रांति संगठन हो या बुंदेली महोत्सव, सभी में लक्ष्मी भैया की प्रभावी भूमिका रहती थी। इसके अलावा लक्ष्मीकांत तिवारी ने साहित्य जगत में भी अपनी प्रतिभा के झंडे गाड़े हैं।
आज शुक्रवार को जिला चिकित्सालय के पास मानस भवन में आयोजित लक्ष्मी मैया की श्रद्धांजलि सभा में पत्रकार समाज सहित राजनीतक, सामाजिक, खेल, कला और साहित्य जगत की सभी प्रतिभाओं ने भाग लेकर उनके साथ बिताए हुए पलों को साझा किया। इस अवसर पर लक्ष्मीकांत तिवारी की दोनों मासूम बेटियां भी उपस्थित रही, जिन्हें देखकर सहज ही लोगों की आंखें नम हो गई। लक्ष्मी भैया का इस तरह से चले जाना निश्चित ही उनके चाहने वालों और परिचितों में गहरा सूनापन छोड़ कर गया है, जो लंबे समय तक भर नहीं पाएगा।