दमोह। गत दिनों संपन्न हुए नगरीय निकाय चुनाव के बाद अब पार्षदों की बोलियां लगाई जा रही है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि पूरे जिले में हॉर्स ट्रेडिंग की चर्चाओं का दौर जोरों पर है। आने वाले दिनों में नगर पालिका के अध्यक्षों का चुनाव होना है। ऐसे में चर्चा है कि नगरीय क्षेत्रों के पार्षदों को अपने पाले में लाने के लिए अध्यक्षीय दावेदारों ने खरीद-फरोख्त शुरू कर दी है। दमोह जिले के ही बड़े बिकाऊ नेताओं ने छोटों के अंदर भी इतनी हिम्मत भर दी है कि वह भी अब अपने गले में कीमत की तख्ती टांग कर चौराहे पर खड़े हैं। सभी नगरीय क्षेत्रों में पार्षदों के लिए खुलकर निविदाएं जारी की जा रही है। कड़ी प्रतिस्पर्धा मची हुई है और जनता उल्लू बन कर देख रही है। जो नेता कल तक क्षेत्र के विकास के लिए कसमे और वादे कर रहे थे। वे आज गमछा बदलकर हॉर्स ट्रेडिंग के बाजार में बिकने के लिए खुलकर खड़े हैं। जिले भर के गली चौराहों में नेताओं की खरीद-फरोख्त की चर्चाएं आम हो चली है। ऐसे में भविष्य की राजनीति किस दिशा मे में जाएगी यह समाजसेवियों के लिए चिंता का विषय हो सकता है।