दमोह। दमोह जिले के देहाती क्षेत्रों में फैले बंगाली डॉक्टरों के बीच से एक बंगाली डॉक्टर युवक के दस्तावेज की जांच के बाद उसे बांग्लादेशी नागरिक साबित होना पाया गया, जिसके बाद युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। तेजगढ़ थाना प्रभारी बृजेश पांडे ने बताया है कि ग्राम झलौन में वर्ष 2012 से डॉक्टर के रूप में काम कर रहा एक युवक विश्वजीत विश्वास जो फर्जी दस्तावेज बनाकर रह रहा था। उसके बंगलादेशी युवक साबित होने के बाद गिरफ्तार किया गया है। बताया गया है कि उक्त युवक वर्ष 2012 में बांग्लादेश से किसी तरह पश्चिम बंगाल में घुस आया था जो बाद में एक रिश्तेदार की मदद से दमोह जिले के ग्राम झलौन में डॉक्टर बन कर रह रहा था। वर्ष 2018 में बांग्लादेश में जब विश्वजीत विश्वास की मां का देहांत हो गया, तब बांग्लादेश जाने के लिए उसने पासपोर्ट भी फर्जी दस्तावेजों के जरिए बनवा लिया था। तभी बांग्लादेश जाते समय बंगाल और बांग्लादेश की बॉर्डर पर विश्वजीत विश्वास के पासपोर्ट संबंधी दस्तावेज जांच किए गए। जिसमें वह संदिग्ध पाया गया। बाद में एक तरफ जांच चलती रही और बंगलादेशी युवक विश्वजीत विश्वास झलौन मे डॉक्टर बनकर डॉक्टरी करता रहा। उधर जांच पूरी होने के बाद युवक बांग्लादेशी नागरिक पाया गया। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक दमोह के निर्देश पर तेजगढ़ थाना पुलिस ने विश्वजीत विश्वास के विरुद्ध गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया और बुधवार को जेल भेज दिया गया है।